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डिजिटल डेस्क, संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-गवीर के पूर्वी यरुशलम स्थित अल-अक्सा मस्जिद परिसर के दौरे के बाद तनाव कम करने का आह्वान किया।
मध्य पूर्व, एशिया और प्रशांत के लिए संयुक्त राष्ट्र के सहायक महासचिव खालिद खियारी ने चेतावनी दी, जैसा कि हमने अतीत में कई बार देखा है, जेरूसलम के पवित्र स्थलों पर स्थिति बहुत नाजुक है, और वहां कोई भी घटना या तनाव पुरे इलाके में हिंसा का कारण बन सकता है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार किंगडम ऑफ जार्डन की ओर से महासचिव के आह्वान को दोहराते हुए कहा गया कि संबंधित पक्ष उन कदमों से दूर रहें, जो पवित्र स्थलों में और उसके आसपास तनाव बढ़ा सकते हैं। टेम्पल माउंट के रूप में जाना जाने वाला अल-अक्सा मस्जिद परिसर, मुसलमानों और यहूदियों दोनों के लिए पवित्र है।
इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के अनुसार गैर-मुस्लिम उपासक अल-अक्सा मस्जिद परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। मंगलवार को बेन-गवीर का दौरा 2017 के बाद से किसी इजरायली मंत्री द्वारा पहली बार किया गया था।
एक अति-राष्ट्रवादी के रूप में जाने जाने वाले बेन-गवीर को पिछले सप्ताह इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई थी, जब प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की नई अति-दक्षिणपंथी गठबंधन सरकार ने सत्ता संभाली थी। बेन-गवीर की यात्रा के बाद इजरायल के प्रधान मंत्री कार्यालय और अन्य वरिष्ठ इजरायली अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि इजरायल सरकार यथास्थिति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से संयुक्त राष्ट्र संबंधित पक्षों के साथ स्थिति को कम करने के लिए निकट संपर्क में है। खियारी ने कहा, इस संवेदनशील क्षण में तनाव कम करने के सभी प्रयासों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, जबकि उकसावे, भड़काऊ कदम, एकतरफा कार्रवाई और हिंसा की धमकियों को स्पष्ट रूप से खारिज किया जाना चाहिए।
आईएएनएस
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