Bharat jodo yatra: नए अंदाज में पश्चिम को पूर्व से जोड़ेंगे राहुल गांधी,आइये जाने क्यो खास होगा यह यात्रा

Bharat jodo yatra: नए अंदाज में पश्चिम को पूर्व से जोड़ेंगे राहुल गांधी,आइये जाने क्यो खास होगा यह यात्रा

अहमदाबाद: लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सत्तापक्ष के सवाल पर कांग्रेस नेता (Rahul Gandhi) ने साफ किया कि उनकी यात्रा खत्म नहीं हुई है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दूसरे संस्करण ( 2.0) को लेकर इन दिनों कांग्रेस नेतृत्व में मंथन चल रहा है कि यात्रा को कब और कहां से किस अंदाज से तरीके से शुरू किया जाए। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के पहले संस्करण में काफी ज्यादा पैदल चले थे। इसका शेड्यूल सिंपल था, लेकिन भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) का दूसरा संस्करण ऐसा नहीं होगा। दूसरा संस्करण नया होगा, इसमें पद यात्रा के साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों से कैसे संवाद किया जाए? उनसे कैसे संपर्क किया और उनकी बातों को कैसे समझा जाए? इन चीजों पर फोकस किया जा रहा है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) काफी कुछ 2017 की गुजरात में हुई नवसर्जन यात्रा जैसी हो सकती है। मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी दूसरी भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में ज्यादा से ज्यादा से लोगों को जोड़ना चाहते हैं। इसके लिए 2017 में गुजरात में काफी हद तक सफल रही नवसर्जन गुजरात यात्रा की चीजों को शामिल किया जा रहा है। इसमें राहुल गांधी पैदल चलने के साथ अपनी यात्रा के दौरान रोड शो और कुछ पब्लिक मीटिंग को एड्रेस कर सकते हैं। 2017 में राहुल गांधी ने गुजरात में यही पैटर्न का एडॉप्ट किया था। इसका काफी अच्छा रिजल्ट आया था। उनके कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोग जुड़े थे। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के कई सारे रोड शो और सभाओं में काफी भीड़ उमड़ी थी। गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति (GPCC) ने भारत जोड़ो यात्रा को पोरबंदर से शुरू करने का प्रस्ताव केंद्रीय टीम को भेजा है। दूसरे ऑप्शन के तौर अहमदाबाद का साबरमती आश्रम और तीसरे विकल्प में सूरत (दांडी) को रखा गया है। राज्यों से लिए गए हैं सुझाव राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुजरात में जब नवसर्जन यात्रा निकाली थी तब वे पार्टी के उपाध्यक्ष थे। 2017 के चुनावों पार्टी को प्रदेश में 99 सीटें हासिल हुई थी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखकर ऐसा करना काफी फायदेमंद हो सकता है। यात्रा के साथ राहुल गांधी ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ते हुए आगे बढ़ सकेंगे। वरिष्ठ नेता ने कहा कि यात्रा अगर गांधी जयंती पर शुरू होती है तो इससे बेहतर कुछ नहीं होगा। ऐसे में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में राहुल गांधी एक शहर से दूसरे शहर तक पदयात्रा कर सकते हैं। शहर के अंदर वे रोड शो और प्रमुख जगह पर लोगों और विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ संवाद करते हुए आगे बढ़ सकते हैं। ऐसे में ज्यादा लोगों को यात्रा में भागीदारी करने का मौका मिलेगा। भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के रूट पर पड़ने वाले राज्यों से सुझाव भी मांगे गए हैं।

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