Chhattisgarh Education India World मिड डे मील : स्कूल में बच्चों को परोसा गया करील की सब्जी,खाकर 8 बच्चों की तबियत बिगड़ी अस्पताल में भर्ती ,कलेक्टर ले रहे पल पल की जानकारी,होगी कार्रवाई? KBC World NewsJuly 26, 2023064 views घटना के संबंध में बीईओ करतला का रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है कार्रवाई होगी या फिर और मामले की तरह लीपापोती होगी? कोरबा/छत्तीसगढ़ : जिले के करतला विकासखंड के स्कूल में फ़ूड प्वाइजिंग का मामला सामने आया है।जहां शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय बीरतराई में मध्यान्ह भोजन में करील(बॉस का कोमल तना) की सब्जी परोसी गई जिसे खाकर 8 बच्चो की तबियत बिगड़ने लगी।बच्चे उल्टी करने लगे। शिक्षकों ने हालत देखकर इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।8 बच्चो कीजिला अस्पताल में रिफर किया गया जहां चिकित्सकों के देखरेख में इलाज चल रहा है।जैसे ही घटना की जानकारी कलेक्टर संजीव कुमार झा तक पहुंची उन्होंने ने जिला शिक्षा अधिकारी को मौके पर भेजा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए आवश्यक निर्देश दिया है। इसके साथ ही वे स्वयं भी इस मामले पर पल-पल की जानकारी ले रहे हैं।कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी जी पी भारद्वाज और करतला बीईओ संदीप पांडेय ने जिला अस्पताल पहुँचकर अस्पताल में भर्ती विद्यार्थियों और उनके परिजनों से मुलाकात की। Read:कांग्रेस खदानों को निजी हाथों में दे रही,तीन दिन के अंदर टेंडर निरस्त किया जाए, नहीं तो पूरे प्रदेश में करेंगे आंदोलन 47 बच्चों ने खाए थे करील की सब्जी स्कूल के 47 बच्चों ने करील सब्जी खाई थी, खाने के कुछ ही मिनट बाद 8 बच्चों का पेट और सिर में हल्का दर्द और उल्टी आने लगी।8 में से 7 ने मिड डे मील खाया था, एक छात्रा जिसने भोजन नहीं किया है, वह अपने आपको कमजोर महसूस कर रही थी।सभी को डायल 112 के माध्यम सेतत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र कोथारी में आवश्यक उपचार प्रदान करने बच्चों को लाया गया। यहाँ स्वास्थ्य जाँच और एहतियात के तौर पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।जिनका उपचार चल रहा है। करील की सब्जी मिड डे मील मेन्यू में शामिल? केंद्र और राज्य सरकार ने बच्चों में कुपोषण को खत्म करने के शासकीय और अर्धशासकीय स्कूलों में मिड डे मील योजना के पौष्टिक भोजन खिला रही है।ताकि कोई भी बच्चा कुपोषण का शिकार न हो।लेकिन प्रायः देखा जा रहा कि मेन्यू के के विपरीत खिलाकर उन्हें बीमार कर रहे है।अधिकारी कभी स्कूलों में दौरा नही करते जिसकी वजह से मिड डे मील में मनमानी हो रही है।