त्वचा को डीपक्लीन करेगी मुलतानी मिट्टी,आइये जाने!


मुल्तानी मिट्टी ऐसी चीज है जिसका घरेलू नुस्खों में खूब इस्तेमाल होता है और स्किन केयर प्रोडक्ट्स में भी मुल्तानी मिट्टी के इस्तेमाल की बात करें तो यह दादी-नानी के समय से त्वचा की देखभाल के लिए लगाई जाती रही है. आखिर लगाई भी क्यों ना जाए, इसके फायदों की गिनती जो इतनी लंबी है। इसे लगाने पर त्वचा की बाहरी सतह से ऑयल और गंदगी निकल जाती है और अन्य अशुद्धियां भी दूर होती हैं. इसके अतिरिक्त मुल्तानी मिट्टी
चेहरे से ब्लैकहेड्स, वाइटहेड्स और डेड स्किन को दूर करती है। यह अनइवन स्किन की दिक्कत दूर पहली बार में ही निखरा हुआ नजर आएगा चेहरा करने और चेहरे को निखारने में भी असरदार है. इस पेस्ट को चेहरे या बालों पर।लगाया जा सकता है। मुल्तानी मिट्टी त्वचा को चमकदार बनाने के साथ मुहांसों, निशान, टैनिंग, आदि करती है। जैसी समस्याओं को भी दूर चम्मच मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल के साथ मिलाएं और इसे एलर्जी वाली जगह पर लगा लें। आपको इसकी ठंडक से फौरन आराम मिलेगा।

ब्लड सर्क्युलेशन बढ़ता है

इसे त्वचा या फिर स्कैल्प पर लगाने से ब्लड सर्क्यूलेशन में सुधार हो सकता है। शरीर का ब्लड।सर्क्युलेशन जब बेहतर होता है, तो इससे अनावश्यक डेड स्किन निकल जाती है। एलर्जी से छुटकारा मिलता है सूजन कम होती है अगर आपको कोई एलर्जी या इंफेक्शन है, तो बस दो ऑयली स्किन के लिए ज्यादा फायदेमंद
ऑयली स्किन में पिंपल्स की समस्या होने लगती है। ऐसे में मुल्तानी मिट्टी स्किन से एक्स्ट्रा ऑयल हटाकर स्किन की रंगत निखारती है। यह मुंहासे और फोड़े फुंसियों को नियंत्रित करने में मदद करती है।

मुल्तानी मिट्टी त्वचा से विषाक्त पदार्थों और अशुद्धियों को अवशोषित कर सकती है, जिससे चेहरा चमकने लगता है। तैलीय त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल में मिलाकर पेस्ट बना लें होंठों और आंखों के आस-पास के एरिया को बचाते चेहरे पर लगाएं। जब यह सूख जाए तो धो लें। तैलीय त्वचा के लिए 1 चम्मच केओलिन क्ले को एलोवेरा जेल के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें होंठों और आंखों के आसपास के एरिया को बचाते हुए चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट बाद इसे सादे पानी से धो लें। अगर मुंहासे हैं तो फेस पैक में 2 बूंद टी ट्री ऑयल मिला दें। मुल्तानी मिट्टी ठंडी होती है इसलिए त्वचा की सूजन पर इसे लगाने से आपको आराम पहुंच सकता है। साथ ही सूजन जल्द कम होगी और स्किन चमकेगी भी।


एंटीसेप्टिक गुण


मुल्तानी मिट्टी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो घाव का इलाज करने में कारगर साबित होते हैं। बस इसे चोट पर एक पेस्ट की तरह लगाएं, इससे आप कुछ ही देर में बेहतर महसूस करेंगे।
पिग्मेंटेशन कम होती है लगातार सूरज की किरणों के संपर्क में आने से पिग्मेंटेशन की समस्या हो सकती है। इस समस्या के लिए आप मुल्तानी मिट्टी में नारियल पानी और चीनी को मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे चेहर पर लगा लें। इससे पिग्मेंटेशन काफी कम हो सकती है।

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