हाइलाइट्स
- घटना के दोषी अधिकारी-कर्मचारियों पर निलंबन की गिर सकती है गाज
- लापरवाही बनी कारण बिजली कंपनी को 50 करोड़ का नुकसान
- गोदाम में रखे 1,500 ट्रांसफार्मर जलकर हुए थे खाक
- राज्यों के सभी गोदामों में अंडरग्राउंड तार लगाने का सुझाव
रायपुर/छत्तीसगढ़ : गुढ़ियारी स्थित राज्य विद्युत वितरण कंपनी के गोदाम में लगी आग की घटना की जांच कमेटी ने रिपोर्ट सौंप दी है। पांच अप्रैल को हुई आग की घटना के बाद छह सदस्यीय कमेटी ने करीब 50 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन किया है। साथ ही घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर टिप्पणी भी की है, रिपोर्ट के आधार पर सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद घटना के जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। इस बात का जिक्र है कि आग पूर्व नियोजित नहीं थी बल्कि सुरक्षा में लापरवाही का नतीजा थी। इससे गोदाम में रखे ट्रांसफार्मर पूरी तरह जलकर राख हो गए। जांच कमेटी की यह रिपोर्ट कंपनी के मैनेजर एचआर के समक्ष प्रस्तुत की गई है। कमेटी की रिपोर्ट के बाद मैनेजर एचआर ने यह रिपोर्ट विद्युत वितरण कंपनी के एमडी चेयरमैन के समक्ष प्रस्तुत की है, जिसके बाद कमेटी की अनुशंसा के बाद जिम्मेदारी पर कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।
वहीं रिपोर्ट के आधार पर घटना के दोषी अधिकारी-कर्मचारियों को निलंबित भी किया जा सकता है। गौरतलब है कि रायपुर के गुढ़ियारी थाना क्षेत्र में भारत माता चौक के पास बिजली विभाग के सब डिवीजन कार्यालय के गोदाम में रखे ट्रांसफार्मर में अचानक विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई। गोदाम में रखे 1500 ट्रांसफार्मर जलकर राख हो गए। गोदाम में करीब 6000 ट्रांसफार्मर रखे हुए थे।
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जांच कमेटी ने बिजली विभाग के गोदामों में अंडरग्राउंड केबलिंग का सुझाव दिया है। गुढ़ियारी ही नहीं, बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों में स्थित गोदामों में भी अंडरग्राउंड केबलिंग की जानी चाहिए। आग लगने की सभी संभावनाओं को रोकने के लिए ऑटोमेटिक फायर फाइटिंग सिस्टम के साथ ही दिन-रात सतर्कता बढ़ाने की बात रिपोर्ट में कही गई है।