रायगढ़ (छत्तीसगढ़) : धरमजयगढ़ क्षेत्र में तेंदूपत्ता तोड़ाई का कार्य चल रहा है ऐसे में धरमजयगढ़ वनमण्डल में 76 हाथियो का दल अलग अलग जंगल मे विचरण कर रहा है। जिसमे बायसी में एक,नागदरहा में 31, क्रोन्धा में 4 ,ओंगना में 3 , पोटिया में 10, आमापाली में 8,बोजिया में 1,पुरूँगा में 1,सिंघी झाप में 2,बेहरामार में 1,कंचीरा में 14,हाथी का दल जंगल में विचरण कर रहा है।
ऐसे में धरमजयगढ वनमण्डल हाथियों का रहवास बन चुका है जिसके कारण वनमण्डल के जंगलों में हाथियों ने डेरा बना लिया है।वही ग्रामीण क्षेत्र में तेंदूपत्ता चुनाई और तोड़ाई का कार्य चल रहा है।जिससे ग्रामीण डरे सहमे जंगल की ओर जा रहे है। हाथियो का दल धरमजयगढ़ वनमण्डल के जंगलों में देखा जा सकता है साथ ही दल से अलग अलग हाथीयों का दल भोजन की तलाश मे इधर उधर विचरण कर रहे हैं। कभी कभी हाथियों का दल सड़क तक आ जाते है ,सड़को पर दोनों ओर गाड़ियों की कतार लग जाती है। हालांकि जान माल का नुकशान नही करती है केवल धान की फसल को खाकर नुकसान पहुँचाते है
वही वन विभाग और हाथी मित्र दल हाथियों पर नजर बनाएं हुए है ग्रामीण से मुनादी कराकर अपील की जा रही है कोई भी व्यक्ति उस जंगल की ओर तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए तथा अन्य किसी तरह के कार्य के लिए न जावे और न ही किसी अन्य को जाने दे।
तेंदूपत्ता तोड़ते समय ध्यान देते रसतर्क रहे सुरक्षित रहे।