Home National ED ने सीबीआई जज सुधीर से मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ जारी…

ED ने सीबीआई जज सुधीर से मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ जारी…

by KBC World News
0 comment

ED continues questioning of CBI judge Sudhir in money laundering case.

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने केंद्रीय जांच ब्यूरो के पूर्व न्यायाधीश सुधीर परमार से उनके और एक अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश-रैंक के न्यायिक अधिकारी के खिलाफ हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ शुरू कर दी है।

गुरुवार को गिरफ्तार किए गए परमार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के बाद पेश किए जाने के तुरंत बाद शुक्रवार को चंडीगढ़ में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत ने छह दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया था।17 अप्रैल को मामला दर्ज होने के बाद 27 अप्रैल को निलंबित किए गए परमार पर रियल एस्टेट डेवलपर्स रूप बंसल और उनके भाई एम3एम के बसंत बंसल और आईआरईओ ग्रुप के ललित गोयल के साथ व्यवहार में कथित पक्षपात का आरोप लगाया गया है। एसीबी. बंसल बंधुओं गोयल और एक न्यायिक अधिकारी के भतीजे अजय परमार को भी ईडी ने पहले गिरफ्तार किया था।

जानिए क्या है पूरा मामला

भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने अप्रैल में विशेष सीबीआई जज सुधीर परमार, उनके भतीजे अजय परमार के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की थी।इस एफआईआर में जज परमार पर एक रियल एस्टेट कंपनी के मामले में रिश्वत लेने का आरोप था। जज परमार पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट में तैनात थे।इसी एफआईआर के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करते हुए जांच शुरू की थी। इसी मामले में अब जज परमार की गिरफ्तारी की गई है।

एसीबी की एफआईआर जिसके आधार पर ईडी ने भी ईसीआईआर दर्ज की थी विश्वसनीय स्रोत जानकारी व्हाट्सएप चैट और आरोपियों की ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर दर्ज की गई थी जिसमें कथित तौर पर गंभीर कदाचार आधिकारिक पद के दुरुपयोग की घटनाओं का खुलासा किया गया था। परमार के न्यायालय में लंबित मामलों में अभियुक्तों से अनुचित लाभ की मांग और स्वीकृति।ईडी ने 13 जून को प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज करने के बाद पीएमएलए जांच शुरू की थी। ईसीआईआर 17 अप्रैल को एसीबी द्वारा रोकथाम की धारा 7 8 11 और 13 के तहत दर्ज की गई पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) पर आधारित थी। एक लोक सेवक को रिश्वत देने एक लोक सेवक द्वारा अनुचित लाभ लेने एक लोक सेवक द्वारा आपराधिक कदाचार और आपराधिक साजिश से संबंधित अपराधों के लिए भ्रष्टाचार अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी।

ACB की मुकदमा दर्ज पर सस्पेंड

हरियाणा पुलिस की ACB की तरफ से अप्रैल में मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद विशेष सीबीआई जज परमार को हाई कोर्ट ने निलंबित कर दिया था। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की राह खुल गई थी। ईडी ने इस मामले में पहले जज परमार के भतीजे अजय परमार और रियल एस्टेट कंपनी के दो प्रमोटर्स बसंत बंसल व पंकज बंसल को गिरफ्तार किया था. साथ ही IRO के मालिक व एमडी ललित गोयल को भी गिरफ्तार किया था। इसके बाद अब जज को गिरफ्तार किया गया है।

You may also like

About Us

We’re a media company. We promise to tell you what’s new in the parts of modern life that matter. Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Ut elit tellus, luctus nec ullamcorper mattis, pulvinar dapibus leo. Sed consequat, leo eget bibendum sodales, augue velit.

@2024 – All Right Reserved.

× How can I help you?