उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा और वरिष्ठ अधिवक्ता के. वी. विश्वनाथन को उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश मंगलवार को की।मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय कॉलेजियम की मंगलवार को हुई बैठक में न्यायमूर्ति मिश्रा और श्री विश्वनाथन को शीर्ष अदालत का न्यायाधीश बनाने की सिफारिश करने का सर्वसम्मत फैसला लिया गया। कॉलेजियम के सदस्यों में न्यायमूर्ति संजय किशन कौल, न्यायमूर्ति के एम जोसेफ, न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना शामिल थे।
मिश्रा का महाअधिवक्ता से जज तक का सफर
जस्टिस प्रशांत मिश्रा का जन्म छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हुआ है। उन्होंने बीएससी करने के बाद गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री ली है। रायगढ़ जिला अदालत में प्रैक्टिस करने के साथ ही उन्होंने जबलपुर और बिलासपुर हाईकोर्ट में लंबे समय तक वकालत की है। 2005 में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने सीनियर वकील के तौर पर उनके नाम पर मुहर लगाई थी। वह 2 साल के लिए छत्तीसगढ़ स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन भी रह चुके हैं। 2007 में महाधिवक्ता नियुक्त होने के बाद 10 दिसंबर 2009 में उन्हें हाईकोर्ट का जज बना दिया गया।
न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के नियम निर्माण समिति में सदस्य भी रहे। 26 जून 2004 से 31 अगस्त 2007 तक छत्तीसगढ़ राज्य के अतिरिक्त महाधिवक्ता बने। इसके बाद एक सितंबर 2007 से महाधिवक्ता के रूप में काम किया। 10 दिसंबर 2009 को उन्हें छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के जज के रूप में प्रमोट किया गया। एक जून 2021 से 11 अक्टूबर 2021 तक छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के कार्यवाहक चीफ जस्टिस रहे। 13 अक्टूबर 2021 को आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का पदभार ग्रहण किया।