Assembly Elections 2023: The hustle and bustle of victory and defeat, discussions intensified from village to city and at square and intersection, the decision will be taken on 3rd December…
कोरबा/छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव का प्रथम चरण और द्वीतीय चरण का मतदान हो चुका है।प्रत्याशियों के किस्मत ईवीएम के मशीन में बंद है। लेकिन हार जीत के चर्चा का दौर शुरु हो चुका है।वोटिंग होने के बाद पानठेला,सार्वजनिक और चौक चौराहे पर लोग आपस मे चर्चा कर रहे हैं, कि फलना सीट से किसकी विजय होगा।इस आंकलन भी लोगों में जोरों पर चर्चा है।कोरबा जिले की चार सीटों पर सभी दलों के प्रत्याशी और उनके समर्थक अभी भी किसको कितने वोट मिले इसका राजनीतिक गणित लगा रहे है। लेकिन जीत-हार की गहमागहमी गांव से लेकर शहर और चौक चौराहों पर तेज हो गई है। कयास के आधार पर लोग अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत का दावा कर रहे है। इसके पीछे कोई जातीय तो कोई दलीय समीकरण को जीत का रास्ता बता रहा है। अब दावे जो भी हो, लेकिन इन सबकी किस्मत 3 दिसंबर को ही खुलेगी।
एक ओर कांग्रेस के समर्थक जीत के आंकड़े गिना रहे हैं तो दूसरी ओर बीजेपी के समर्थक केंद्र सरकार की योजनाओं के बल पर जीत के लिए आश्वस्त हैं हालांकि सभी की जुबां पर चुनाव की चर्चा है. कौन जीतेगा, कौन हारेगा और कौन रहेगा दूसरे नम्बर पर, किसका दबदबा रहेगा तथा जीत-हार में कितना अंतर होगा. प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी तथा किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी वहीं राजनीतिक पंडित भी अपना गुणा-भाग कर चुनावों के परिणाम निकालने लगे हैं।
कोरबा में कांग्रेस 3 और बीजेपी की 1 सीट
कोरबा जिला में कुल चार सीट है निवर्तमान 2018 में 4 सीटों में 3 सीटें कांग्रेस के पास और 1 सीट पर भाजपा का कब्जा है। 2018 विधानसभा सभा चुनाव में कोरबा सीट से जयसिंह अग्रवाल, रामपुर से ननकीराम कंवर (भाजपा),कटघोरा से पुरुषोत्तम कंवर ,पाली तानाखार से मोहित केरकेट्टा को जीत मिली थी।