देशभर के डॉक्टर अपनी सुरक्षा के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं और कोलकाता में बेरहमी से दुष्कर्म और हत्या की शिकार इंटर्न डॉक्टर के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। मामले की संवेदनशीलता के बावजूद राजनीतिक दल आरोप-प्रत्यारोप में व्यस्त हैं। भाजपा जहां सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर असली दोषियों को बचाने का आरोप लगा रही है, वहीं समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बचाव किया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि ममता बनर्जी खुद एक महिला हैं और एक महिला का दर्द समझती हैं। उन्होंने मांग के अनुसार कार्रवाई की है। सरकार ने मामले की जांच सीबीआई या किसी अन्य संस्था से कराने का भी फैसला किया है। लेकिन साथ ही भारतीय जनता पार्टी के लोगों को राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा को घटनाओं का राजनीतिक फायदा नहीं उठाना चाहिए। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में दुष्कर्म-हत्या की घटना के बारे में पूछे जाने पर वे कहते हैं, हड़ताल पर गए डॉक्टरों को न्याय मिलना चाहिए। वहां इंटर्न डॉक्टर के साथ जो हुआ वह बर्बर था।
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। देशभर में डॉक्टर इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। घटना की जांच सीबीआई कर रही है और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। मैं केंद्र सरकार से डॉक्टरों को सुरक्षा मुहैया कराने में देरी न करने का आग्रह करता हूं, जो डॉक्टरों द्वारा उठाई गई मांगों में से एक है। मायावती ने शनिवार को राजनीतिक दलों से कोलकाता में एक डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या को लेकर “दलीय राजनीति से ऊपर उठने” का आग्रह किया। मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, “बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना को लेकर पूरा देश चिंतित और गुस्से में है, फिर भी तृणमूल कांग्रेस सरकार अपने बचाव में इसे धार्मिक और राजनीतिक रंग देने में व्यस्त है, जबकि विपक्ष भी इस मामले में कम नहीं है। ऐसे में इस बात की चिंता करना जरूरी है कि दोषियों को सख्त सजा मिले और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।”
उन्होंने कहा, “अतः इस मामले में आरोप-प्रत्यारोप आदि को छोड़कर सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर असली दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के लिए आगे आना होगा। पीड़ित परिवार ने कहा है कि वे मुआवजा नहीं लेंगे तथा न्याय चाहते हैं। उनकी पीड़ा व घटना के लिए न्याय की मांग को लेकर सभी को गंभीर होने की जरूरत है।” बसपा नेता ने कहा, “इस घटना को लेकर डॉक्टरों व मेडिकल छात्रों द्वारा किया जा रहा आंदोलन अपनी जगह सही है तथा उसका समर्थन भी किया जाता है, लेकिन इस दौरान यदि गरीब मरीजों के इलाज पर भी ध्यान दिया जाए तो यह उचित होगा। इसके साथ ही सरकार को अस्पतालों व डॉक्टरों की सुरक्षा व सम्मान पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए।”