G-20 Summit: Delhi’s streets will be decorated with 6.75 lakh flower pots
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान 61 सड़कों और आयोजन स्थलों पर फूल-पत्तियों से सजे 6.75 लाख गमले लगाये जाएंगे। राज निवास के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
जिन प्रमुख स्थानों को गमले में लगे पौधों से सजाया जा रहा है, उनमें सरदार पटेल मार्ग, मदर टेरेसा क्रिसेंट, तीन मूर्ति मार्ग, धौला कुआं-आईजीआई एयरपोर्ट रोड, पालम टेक्निकल एरिया, इंडिया गेट सी-हेक्सागोन, मंडी हाउस, अकबर रोड गोल चक्कर, दिल्ली गेट, राजघाट और आईटीपीओ शामिल हैं।
अधिकारियों ने कहा कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में एक बैठक के बाद उन एजेंसियों की पहचान करने के निर्देश जारी किये गये, जो इस अभियान का संचालन करेंगी और उन्हें विशिष्ट संख्या में अपनी ही नर्सरी से पौधे/गमले खरीदने का काम सौंपा गया है।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘इसके परिणामस्वरूप इन पौधों की खरीद और उसे विभिन्न स्थानों पर लगाने वाले पांच विभागों/एजेंसियों के बीच सहज समन्वय हुआ तथा उपराज्यपाल व्यक्तिगत रूप से इस कार्य की प्रगति की निगरानी कर रहे थे और पिछले कुछ महीनों में विभिन्न गलियारों का निरीक्षण कर रहे थे।’’
अधिकारी ने बताया कि यद्यपि वन विभाग और दिल्ली पार्क्स एंड गार्डन सोसाइटी ने 3.75 लाख गमले (1.25 लाख पत्तियों के गुच्छे और 2.5 लाख फूल), जबकि पीडब्ल्यूडी ने 50,000 गमले (35,000 पत्तियों के गुच्छे और 15,000 फूल), डीडीए ने एक लाख (85,000 पत्तियों के गुच्छे और 15,000 फूल) और एनडीएमसी ने एक लाख और एमसीडी ने फूलों और पत्तियों के 50,000 गमले लगाये हैं।
अधिकारियों ने कहा कि 61 सड़कों पर पत्तियों के गुच्छों वाले 4.05 लाख गमले पहले ही लगाए जा चुके हैं, शेष गमलों में फूल वाले पौधे सितंबर के पहले सप्ताह में लगाए जाएंगे, ताकि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान पौधे पूरी तरह खिल सकें।
उपराज्यपाल ने रविवार को पालम एयरफोर्स स्टेशन का भी दौरा किया।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हम आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं।
अधिकारियों ने बताया कि एक जुलाई से रविवार को अपने 54वें निरीक्षण या निगरानी दौरे पर, उपराज्यपाल ने इंडिया गेट सी-हेक्सागन, अकबर रोड, तुगलक रोड, कौटिल्य मार्ग, एसपी मार्ग, धौला कुआं और थिमय्या मार्ग का भी दौरा किया।भाषा