On the day of Ganesh Chaturthi, the consecration of the new Parliament House will take place, a special session will be held and these issues will be discussed!
नई दिल्ली : संसद का विशेष सत्र पार्लियामेंट की नई बिल्डिंग में होगा। हालांकि पहले दिन की कार्यवाही पुरानी बिल्डिंग में और उसके बाद गणेश चतुर्थी से नई संसद में होगा विशेष सत्र। 18 से 22 सितंबर के बीच संसद का विशेष सत्र चलेगा।
संसद का जो विशेष सत्र बुलाया है, उसमें कुल 5 बैठकें होंगी। इस सत्र का मुख्य एजेंडा क्या होगा, अभी ये पूरी तरह से साफ नहीं है। हालांकि, भारत ,वन नेशन वन इलेक्शन, महिला आरक्षण बिल समेत अन्य मुद्दों को लेकर कई कयास लग रहे हैं।
95 साल पुरानी हो गई मौजूदा संसद भवन
मौजूदा संसद भवन को 95 साल पहले 1927 में बनाया गया था। मार्च 2020 में सरकार ने संसद को बताया था कि पुरानी बिल्डिंग ओवर यूटिलाइज्ड हो चुकी है और खराब हो रही है।
इसके साथ ही लोकसभा सीटों के नए सिरे से परिसीमन के बाद जो सीटें बढ़ेंगी, उनके सांसदों के बैठने के लिए पुरानी बिल्डिंग में पर्याप्त जगह नहीं है। इसी वजह से नई बिल्डिंग बनाई गई है।
नए संसद भवन की विशेषता –
64 हजार 500 वर्ग मीटर में बना नया संसद भवन 4 मंजिला है। इसमें 3 दरवाजे हैं, इन्हें ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार नाम दिया गया है। सांसदों और VIPs के लिए अलग एंट्री है। नया भवन पुराने भवन से 17 हजार वर्ग मीटर बड़ा है।
नए संसद भवन से 888 सदस्य लोकसभा में बैठ सकेंगे। संसद के वर्तमान भवन में लोकसभा में 543 जबकि राज्यसभा में 250 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888 सदस्यों और राज्यसभा में 384 सदस्यों की बैठक की व्यवस्था की गई है। दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैंबर में होगा।