Out of the 69,000 km rail network, only 1,500 km has ‘Kavach’
नई दिल्ली : स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’(train protection system ‘Kavach’) वर्तमान में केवल 1,500 किलोमीटर( 1,500 km)के ट्रेन मार्ग (दक्षिण मध्य रेलवे क्षेत्र में) में ही क्रियाशील है। भारतीय रेलवे (Indian Railway)लगभग 69,000 किलोमीटर की कुल मार्ग लंबाई का प्रबंधन करता है। विकास चरण के दौरान, कवच को दक्षिण मध्य रेलवे क्षेत्र में वाडी-विकाराबाद-सनतनगर और विकाराबाद-बीदर खंडों में 25 स्टेशनों को कवर करते हुए 264 किलोमीटर की लंबाई के लिए लागू किया गया था।
2020-21 के दौरान, सिस्टम को 32 स्टेशनों को कवर करते हुए अतिरिक्त 322 किलोमीटर के लिए तैनात किया गया था। 2021-22 में, सिस्टम को 77 स्टेशनों को कवर करते हुए अतिरिक्त 859 किलोमीटर में लागू किया गया। इसके साथ, कवच की संचयी तैनाती 1,445 किलोमीटर तक पहुँच गई है, जिसमें 133 स्टेशनों, 29 एलसी गेट और 74 इंजनों को कवर करते हुए 68 रूट किलोमीटर की स्वचालित सिग्नलिंग शामिल है। इसके अंतर्गत आने वाले खंड हैं: मनमाड – मुदखेड – निजामाबाद – सीताफलमंडी – कुरनूल – गुंतकल (सिकंदराबाद और गुंतकल स्टेशनों को छोड़कर); परभणी – बीदर – विकाराबाद – वाडी और वाडी – सनतनगर। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, “मुंबई-हावड़ा और दिल्ली-हावड़ा मार्ग पर 3,000 किलोमीटर के अन्य मार्ग पर (इसकी स्थापना के लिए) महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।” कवच चलती ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली है। इसे आरडीएसओ ने तीन भारतीय विक्रेताओं के सहयोग से स्वदेशी रूप से विकसित किया है। पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी के पास आज ट्रेन की टक्कर के मद्देनजर पूरे देश में इस प्रणाली की स्थापना का मुद्दा फिर से सामने आया है।