Parliament session: Congress leader Rahul Gandhi’s statement on Hinduism creates ruckus
18वीं लोकसभा के विशेष सत्र के दौरान सोमवार (1 जुलाई) को लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने शिवजी की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि शिवजी अहिंसा की बात करते हैं और उनका त्रिशूल जमीन में गड़ा है। उन्होंने बीजेपी सांसदों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे खुद को हिंदू कहते हैं लेकिन हिंसा की बात करते हैं।
संसद में स्पीच के दौरान राहुल गांधी ने कहा था- जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत-नफरत।आप हिंदू हो ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए। पीएम मोदी ने भी इस पर उन्हें टोकते हुए कहा था कि पूरा हिन्दू समाज कभी हिंसक नहीं हो सकता।गृह मंत्री अमित शाह ने भी कड़ी आपत्ति जताई थी और राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की थी। निशिकांत दुबे ने कहा, संविधान कहता है कि कोई भी व्यक्ति किसी धर्म को जोड़कर हिंसावादी नहीं कह सकता है। ये देश संविधान से चलता है, इनको माफी मांगनी चाहिए।ये संविधान की बात करते हैं।
सदन के बाहर चिराग पासवान ने कहा, ‘‘नेता प्रतिपक्ष के पद की गरिमा होती है। आप इस तरह के बयान नहीं दे सकते।” उन्होंने कहा, ‘‘सरकार का विरोध करते-करते उन्होंने शिवभक्तों का विरोध करना शुरू कर दिया। मैं भी शिव भक्त हूं। मैं भगवान शिव में आस्था रखता हूं। जिस तरह से आप अपने राजनीतिक फायदे के लिए सदन में शिव की तस्वीर लहरा रहे थे, कोई भी शिवभक्त उसे बर्दाश्त नहीं करेगा।”
वहीं इस बयान पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हिंदुओं को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान की कड़ी निंदा की है। मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने अपने निंदनीय बयान से भारत माता की आत्मा को लहूलुहान करने का कार्य किया है, इसके लिए उन्हें दुनियाभर में फैले करोड़ों हिंदुओं से माफी मांगनी चाहिए।