PM Modi will inaugurate the Indian Art, Architecture and Design Biennial Program, artists will get a boost
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लाल किले में आयोजित होने वाले पहले भारतीय कला, वास्तुकला और डिजाइन द्विवार्षिक कार्यक्रम (आईएएडीबी) 2023 का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी आत्मनिर्भर भारत सेंटर फॉर डिजाइन और छात्र द्विवार्षिक- समुन्नति का भी उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लाल किले में आयोजित होने वाले पहले भारतीय कला, वास्तुकला और डिजाइन द्विवार्षिक कार्यक्रम (आईएएडीबी) 2023 का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी आत्मनिर्भर भारत सेंटर फॉर डिजाइन और छात्र द्विवार्षिक- समुन्नति का भी उद्घाटन करेंगे।वेनिस, साओ पाउलो,सिंगापुर,सिडनी और शारजाह में अंतर्राष्ट्रीय द्विवार्षिकी जैसे कार्यक्रम की भांति भारत में भी एक वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक पहल को विकसित और संस्थागत बनाना प्रधानमंत्री के उस दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसके तहत संग्रहालयों को पुन: आविष्कार,पुनर्निर्मित और पुन: स्थापित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया गया था।
Read Also : झांसा देने वाली 100 Websites को केंद्र सरकार ने किया ब्लॉक
देश के पांच शहरों में सांस्कृतिक स्थलों का विकास
इसके अलावा सांस्कृतिक पुनरोद्धार के तहत भारत के पांच शहरों कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और वाराणसी में सांस्कृतिक स्थलों का विकास विकास किया जायेगा। भारतीय कला, वास्तुकलाा और डिजाइन द्विवार्षिक (आईएएडीबी) दिल्ली में भारतीय संस्कृति के परिचय के रूप में काम करेगा।
9 से 15 दिसंबर तक होगा आईएएडीबी का कार्यक्रम
IIADB का यह आयोजन 9 से 15 दिसंबर तक लाल किले में आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम को आयोजन सांस्कृतिक संवाद को मजबूत करने के लिए कलाकारों, वास्तुकारों, डिजाइनरों, फोटोग्राफरों, संग्राहकों, कला पेशेवरों और जनता के बीच समग्र बातचीत शुरू करने के लिए शुरू किया जा रहा है। यह कला,वास्तुकला और डिजाइन के रचनाकारों के साथ विस्तार और सहयोग करने के नये रास्ते और अवसर प्रदान कर उनके रोजगार को बढ़ाने में मदद करेगा।
प्रत्येक दिन अलग थीम के साथ प्रदर्शनी का आयोजन
IIADB सप्ताह के प्रत्येक दिन अलग-अलग थीम पर आधारित प्रदर्शनियां प्रस्तुत करेगा । पहला दिन प्रवेश- अनुष्ठान, भारत का दरवाजा, दूसरा दिन : बाग ए बहार : ब्रह्मांड के रूप में भारत के उद्यान; तीसरा दिन : सम्प्रवह समुदायों का संगम भारत की बावली; चौथा दिन: स्थापत्य एंटी फ्रैजाइल एल्गोरिथम : भारत के मंदिर;पांचवां दिन: विस्मया क्रिएटिव क्रॉसओवर: स्वतंत्र भारत के वास्तुशिल्प चमत्कार; छठवां दिन: देशज भारत डिजाइन: स्वदेशी डिजाइन और सातवां दिन समत्व: निर्मित को आकार देना शामिल है।
वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा
प्रधानमंत्री के ‘वोकल फॉर लोकल’ आदर्श वाक्य के अनुरूप लाल किले पर ‘आत्मनिर्भर भारत सेंटर फॉर डिज़ाइन’ भारत के अद्वितीय और स्वदेशी शिल्प का प्रदर्शन आयोजित किया जायेगा। कारीगरों और डिजाइनरों के लिए एक सहयोगी मंच प्रदान करेगा। एक स्थायी सांस्कृतिक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देते हुए यह कारीगर समुदायों को नए डिजाइन और नवाचारों को सशक्त बनाएगा।