उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, किशोरी लाल के नामांकन फॉर्म के हलफनामे में बड़ी गलती है। उनके नामांकन फॉर्म में लोकसभा चुनाव की तारीख 18 की जगह 17 लिखी है। यह सोशल मीडिया पर वायरल है। किशोरी लाल के नामांकन फॉर्म का हलफनामा वायरल होने के बाद कहा जा रहा है कि उनकी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।
सवाल उठ रहा है कि इस मामले में चुनाव आयोग किशोरी लाल के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है? यह भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या वह अपनी सांसदी खो देंगे?
हलफनामों की जांच करता है चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव लड़ने वाले किसी भी उम्मीदवार के नामांकन पत्र और हलफनामों की जांच करता है। लेकिन, चुनाव आयोग के अधिकारी किशोरी लाल की इस गलती को पकड़ नहीं पाए। किशोरी लाल अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव जीत गए। आयोग ने कांग्रेस नेता को प्रमाण पत्र भी जारी किया।
चुनाव आयोग उम्मीदवारी रद्द कर सकता है
लोकसभा चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल करते हैं। चुनाव आयोग उम्मीदवारों से जानकारी मांगता है। उम्मीदवार नामांकन फॉर्म और हलफनामे के जरिए जानकारी साझा करते हैं। चुनाव आयोग उम्मीदवार के सभी दस्तावेजों की जांच करता है। अगर चुनाव आयोग को किसी दस्तावेज में कोई विसंगति या संदेह मिलता है तो चुनाव आयोग उस उम्मीदवार की उम्मीदवारी रद्द कर सकता है।
किशोरी लाल ने स्मृति ईरानी को हराया
आपको बता दें कि 17वीं लोकसभा में राहुल गांधी ने कांग्रेस के टिकट पर अमेठी संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। नतीजों में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
वहीं, 18वीं लोकसभा में किशोरी लाल को इंडिया अलायंस की ओर से मैदान में उतारा गया था। इस चुनाव में भाजपा ने किशोरी लाल के खिलाफ स्मृति ईरानी को चुनाव लड़ाया था। लेकिन, इस बार चुनाव में भाजपा उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी किशोरी लाल से हार गईं। किशोरी लाल ने उन्हें 1,67,196 वोटों के अंतर से हराया।