छत्तीसगढ़ में इसी साल नवम्बर में विधानसभा चुनाव होने वाली है,भुपेश सरकार साढ़े चार साल बाद भगवान श्रीराम के शरण मे है।अब प्रभू राम को आखिरी सहारा मान रही है,श्रीराम ही उन्हें सार्थक बना सकते है ,जिन्हें छत्तीसगढ़ की सरकार भली भांति समझ चुकी है।
इसी को रायगढ़ के रामलीला मैदान में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन किया गया।इस आयोजन में मुख्यमंत्री भुपेश बघेल से लेकिन केबिनेट के मंत्री भी रामायण के दोहे और चौपाई गुनगुनाते दिखे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ‘राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में श्रीराम भगवान के गुणगान करते दिखे। प्रभु श्रीराम हमारे दिलों में हैं, हमारे जीवन में हैं। राम नाम का रस ही ऐसा है, जितना सुनिएगा, जितना मनन करिएगा, राम रस की प्यास उतनी बढ़ती जाती है। हमारे राम कौशल्या के राम, वनवासी राम, शबरी के राम, हमारे भांचा राम और हम सबके राम हैं।
वही संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत भी गुण गान करने में पीछे नही रहे। कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का मायका और भगवान राम का ननिहाल है। उन्होंने वनवास का सबसे लम्बा समय छत्तीसगढ़ में गुजारा, भगवान राम का हमारा युगों-युगों से संबंध है।