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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आगामी 17वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) के लिए भारत को प्रवासी भारतीयों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें लगभग 70 अलग-अलग देशों से 3,500 से अधिक पंजीकरण हुए हैं, यह जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी।
एनआरआई सम्मेलन, जो इंदौर में 8-10 जनवरी को आयोजित किया जाएगा, मॉरीशस, मलेशिया, पनामा से मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल और मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, कतर और ओमान समेत कई देशों से भारतीय प्रवासी शामिल होंगे।
आगामी पीबीडी पर विदेश मंत्रालय की विशेष ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए कांसुलर और डायस्पोरा के सचिव औसाफ सईद ने कहा, प्रवासी भारतीय भारत के विकास पथ में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले 25 वर्षो में आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, जैसा कि हम 2047 में भारत की ओर देखते हैं- हमें लगता है कि प्रवासी भारत के विकास पथ में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
सईद ने कहा कि इस वर्ष का पीबीडी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष का प्रतीक है। पीबीडी सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन- प्रवासी : अमृत काल में भारत की प्रगति के विश्वसनीय भागीदार विषय के साथ 9 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा।
सईद ने ब्रीफिंग के दौरान कहा, पीबीडी के लिए स्वास्थ्य सेवा, सॉफ्ट पावर, भारतीय कार्यबल और महिलाओं के विषयों के साथ पांच पूर्ण सत्रों की योजना बनाई गई है। इनमें से चार सत्रों की अध्यक्षता पहली बार कैबिनेट मंत्री करेंगे।
इसके अतिरिक्त, टाउन हॉल की योजना बनाई गई है, जहां जी20 शेरपा अमिताभ कांत के साथ-साथ समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला भारत की जी20 अध्यक्षता पर प्रस्तुति देंगे। पहले दिन, 8 जनवरी को युवा प्रवासी भारतीय दिवस के रूप में मनाया जाएगा, जिसका आयोजन युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा विदेश मंत्रालय के साथ साझेदारी में किया जाएगा। सम्मेलन के इस सत्र के दौरान युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर उद्घाटन भाषण देंगे।
आईएएनएस
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