छत्तीसगढ़ स्कूल मध्यान भोजन रसोईया संघ अपने कलेक्टर दर की मांग को लेकर एक बार फिर शासन से दो-चार करेगा, नवा रायपुर के तूता गांव में 10 और 11 अप्रैल को रसोईया संघ का धरना प्रदर्शन प्रस्तावित है, जिसमें स्व सहायता समूह की बहने भी बड़ी संख्या में शामिल हो रही है, एक तरफ जहां रसोईया संघ की मांग अपने वेतन को कलेक्टर दर की कराने की है तो वहीं स्व सहायता समूह भी प्रति बच्चे के हिसाब से मिलने वाली राशि को बढ़ाने की मांग कर रहा है,
गौरतलब है कि स्व सहायता समूह को पहली से पांचवी तक के बच्चों के लिए भोजन उपलब्ध कराने के लिए मात्र ₹5 दिया जाता है और पांचवी से आठवीं तक के बच्चों के भोजन व्यवस्था के लिए ₹7 दिया जाता है, जिसे वे ₹20 और ₹25 कराने की मांग कर रहे हैं, इस महंगाई में ₹5 और ₹7 में मध्यान भोजन कैसे तैयार होता होगा यह सोचने का विषय है, जिसमें सप्ताह भर का मीनू भी शामिल होता है, संघ की प्रदेश अध्यक्ष नीलू ओगरे ने बताया कि रसोईया संघ को प्रदर्शन के लिए 2 दिनों की लिखित अनुमति प्राप्त हुई है, लेकिन वह अपने प्रदर्शन को 8 दिन करेंगे, जिसकी अनुमति वह रोज जिला प्रशासन से प्राप्त करेंगे