CBSE will now neither give division nor distinction in 10th-12th
नई दिल्ली: सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं परीक्षा के नतीजों को लेकर बड़ा बदलाव किया है। नतीजों में अब ओवरऑल डिविजन, डिस्टिंक्शन या एग्रीगेट अंक नहीं दिए जाएंगे। अंक परेसेंटेज भी नहीं दिए जाएंगे।
बता दें कि इसके पहले सीबीएसई मेरिट लिस्ट रिलीज करना भी बंद कर चुका है। अब बोर्ड ने कई सवालों के जवाब में ये नोटिस जारी किया है जिसमें लोगों ने एग्रीगेट अंकों और डिवीजन के बारे में पूछा था। बोर्ड ने कहा है कि उनकी तरफ से न तो कुल अंकों का योग दिया जाएगा और न ही डिवीजन मेंशन की जाएगी। इतना ही नहीं डिस्टिंक्शन के बारे में भी बोर्ड कोई जानकारी नहीं देगा।
Read also : अपहरण,फिर हत्याकर जंगल मे दफनाया,5 आरोपी गिरफ्तार
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने बताया कि अगर किसी विद्यार्थी ने परीक्षा के लिए पांच से ज्यादा विषय लिए हैं तो इनमें से टॉप-5 विषय कौन-से होंगे, इसका फैसला उच्च अध्ययन के लिए दाखिला देने वाले शैक्षणिक संस्थान करेंगे। इसी तरह अगर नौकरी देने वाली किसी कंपनी को विद्यार्थी का सीबीएसई बोर्ड का नतीजा परखना है तो वह अपने हिसाब से पांच या उससे ज्यादा विषयों के अंकों को देखकर फैसला कर सकती हैं। सीबीएसई उच्च शैक्षणिक संस्थानों या कंपनियों को डिवीजन और डिस्टिंक्शन की जानकारी नहीं देगा।
सीबीएसई की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक नए नियम 2024 की परीक्षाओं से लागू होंगे। सीबीएसई ने 2022 के नतीजों के बाद मेरिट लिस्ट और डिविजन वाइज अंक जारी नहीं करने की घोषणा की थी। बोर्ड देश-विदेश में सभी सीबीएसई संबद्ध स्कूलों के लिए एक जनवरी, 2024 से 2023-24 शैक्षणिक सत्र के लिए 10वीं और 12वीं कक्षाओं की प्रेक्टिकल परीक्षाएं आयोजित करेगा।
वही अगले साल 2024 में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा का आयोजन 15 फरवरी से किया जाना है. सीबीएसई बोर्ड कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं एक ही दिन 15 फरवरी से शुरू होने वाली है, जो अप्रैल तक चलेंगी. हालांकि बोर्ड ने अब तक कक्षा 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा का विस्तृत शेड्यूल जारी नहीं किया है. वहीं सीबीएसई 10वीं, 12वीं प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 जनवरी से शुरू होने वाली है.