Women reached the collector’s office to stop seismic survey and mineral excavation process, submitted a memorandum
कोरबा/छत्तीसगढ़ : जिले के कुदमुरा वनांचल क्षेत्र में निजी कम्पनी द्वारा भूकंपन विधि से सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है जिसे पिछले एक हफ्ते से ग्रामीणों ने कार्य को बंद करा दिया है।अब महिलाएं एकत्रित होकर कलेक्टर दफ्तर पहुंची है और कार्य को निरस्त कराने ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में उल्लेखनीय है तौलीपाली, चचिया, बैगामार कटकोना और कुदमुरा में चचिया भूगर्भीय भुकम्पन विधि से सर्वेक्षण का कार्य एक निजी कम्पनी कर रही है।चचिया एवं सहित आसपास के वन क्षेत्र तथा आदिवासी ग्रामीण बहुल क्षेत्र है जो भारत सरकार के संविधान की पांचवीं अनुसूची के अंतर्गत आता है। जिसमें हमारे ग्रामीण समुदाय पूर्वजों से स्थायी निवासी होने के कारण जल, जंगल एवं जमीन पर स्थायी अधिकार रखते हैं।ग्रामीण समुदाय ने वनों के संरक्षण एवं विकास कार्य में पूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए आज तक जल एवं जमीन को सुरक्षित एवं विकसित रखा है।जिसे सुरक्षित एवं विकसित जल, जंगल एवं जमीन की स्थिति को बनाए रखने के लिए ग्राम सभा ही हमारे लिए सबसे सुरक्षित माध्यम है। जिसके माध्यम से हमारी सहमति के बिना कोई भी हमसे यह उपरोक्त संपत्ति नहीं छीन सकता।
- नेशनल लोक अदालत का आयोजन, 19582 प्रकरणों का हुआ निराकरण
- चचिया प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति में प्रबंधक के रिक्त पद पर भर्ती हेतु निराकरण सूची जारी
- कोरबा जिला विकास की राह में आगे बढ़ रहा है प्रदेश मे सांय-सांय विकास हो रहा हैः- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
- अगरिया समाज के महासम्मेलन में दिखी ताकत,पहुंचे दो विधायक-कहा सदन से संसद तक आपकी आवाज उठाएंगे…
- चन्द्रवंशी राठिया कंवर समाज का संभाग स्तरीय बैठक मदनपुर में 14 दिसम्बर को,सामाजिक संगठन चुनाव को लेकर अहम बैठक
उपरोक्त अवधारणा के अनुसार हम अपने जल, जंगल एवं जमीन की रक्षा के लिए कृतसंकल्प हैं। हम किसी भी कीमत पर ऐसा करेंगे। लेकिन वे खनिज उत्खनन की प्रक्रिया से सहमत नहीं हैं भूकम्पीय सर्वेक्षण को रोककर भविष्य में किसी भी प्रकार के खनन उत्खनन की प्रक्रिया एवं स्वीकृति को निरस्त करने की मांग की है।