Chardham Yatra: केदारनाथ आपदा के बाद से हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड के चार धामों की यात्रा पर जा रहे हैं।उत्तराखंड की चार धाम यात्रा में श्रद्धालु यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ जाते हैं. कई श्रद्धालु जहां सभी धामों के दर्शन करते हैं, वहीं कई श्रद्धालु एक या दो धामों के दर्शन के लिए भी आते हैं। गंगोत्री और बद्रीनाथ तक आप सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं, लेकिन यमुनोत्री और केदारनाथ तक आपको पैदल चलना पड़ता है। केदारनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा पैदल चलना पड़ता है। हालांकि, आप हेलीकॉप्टर के जरिए भी आसानी से केदारनाथ पहुंच सकते हैं. इस साल चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू हो रही है।
वहीं चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा 8 अप्रैल 2024 से शुरू होने जा रही है। आपको बता दें कि सरकार की ओर से बिना पंजीकरण के किसी भी यात्री को चार धाम की यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे में चार धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा पर जाने से पहले अपना पंजीकरण करवाना जरूरी है। पर्यटन विभाग ने चारधाम के लिए पंजीकरण की तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार पंजीकरण के बाद यात्रियों को पर्ची पर जरूरी मोबाइल नंबर भी मिलेंगे।
केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को सुबह सात बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। चमोली जिले में स्थित भगवान विष्णु को समर्पित बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को ब्रह्ममुहूर्त में श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथियों की घोषणा बसंत पंचमी के दिन की गई थी। जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के दिन खुलेंगे।