लक्षणग्रस्त नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर डॉक्टर से कराएं उपचार
कोरबा (छत्तीसगढ़) : जिले में हुई बारिश और उमस से आई-फ्लू नामक बीमारी संक्रमण तेजी से फैल रहा है।यह एक ऐसा बीमारी है जिसका सम्पर्क में आने के कारण में फैलता है।कोरबा जिले में आई फ्लू के कई मामले सामने आ चुके है।ज्यादातर स्कूली बच्चों एवं उनके परिवार के सदस्य भी आई-फ्लू से संक्रमित हो रहे हैं।जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में उक्त मरीजो की संख्या लगातार बढ़ रही है।जिला स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है कि
जिला चिकित्सालय में रोजाना 20-25 आई-फ्लू के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं।वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारीडॉ. एस. एन. केसरी ने कहा कि आई-फ्लू से संक्रमित मरीजों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
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चिकित्सकीय उपचार एवं आवश्यक सावधानी बरतने से यह रोग कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। उन्होंने आई-फ्लू संक्रमण के लक्षण के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस संक्रमण से मरीज की आंखों में सूजन और दर्द के साथ आँखे लाल होना, एक या दोनो आँख में जलन या खुजली होना, आँखों से असामान्य रूप से अधिक आँसू तथा सफेद गाढ़ा डिस्चार्ज निकलना, आँखो में किरकिरी महसूस होता है। उन्होंने कहा कि आई-फ्लू के संक्रमण से कुछ सावधानियाँ अपनाकर बचा जा सकता है। आँखों में इन्फेक्शन होने पर उसे बार-बार मत छूएं, आँख से पानी आने की स्थिति में उसे पोछनेके लिए साफ टिश्यू का इस्तेमाल करें, जिसे दोबारा प्रयोग में नहीं लाएं। साथ ही आंख साफ करने के लिए रूमाल का उपयोग करने पर उसी रूमाल से दूसरी आँख साफ ना करें, इससे संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। अपनी आँखों को साफ ठंडे पानी से निरंतर धोते रहें एवं समय-समय पर अपना हाथ भी साफ करते रहें। अपने मोबाईल, तौलिया या पिलो कवर किसी को उपयोग करने न दें। साथ ही दूसरों की इस्तेमाल की हुई चीजों से दूरी बनाकर रखें। आंखो के सुरक्षा के लिए काले चश्मे का उपयोग करें।उपरोक्त लक्षण से ग्रसित व्यक्तियों को आवश्यक सावधानी बरतते हुए तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर उपचार कराने एवं डॉक्टर के परामर्श से ही दवाइयों का सेवन करने की जिलेवासियों से अपील की है।