ED’s big action, again reached the place where the attack took place, heavy presence of security forces
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राशन घोटाले से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शाहजहां शेख के घर पहुंची है, ये वही टीएमसी नेता हैं, जिनके घर 5 जनवरी को पहुंची ईडी की टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया था।
इस बार ईडी की टीम पूरी तैयारी के साथ पहुंची है. उनके साथ सीआरपीएफ की एक कंपनी भी है. 24 गाड़ियों में केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान तैनात हैं. इसके अलावा स्थानीय पुलिस भी मदद के लिए मौके पर मौजूद है।
- Read Also:सरकार के आदेश के बाद मंदिर से LED स्क्रीन हटाई जा रही ,होना था टेलीकास्ट
- Read Also:तैयारियां : BJP चलाएगी मंदिर दर्शन अभियान,प्राण प्रतिष्ठा के बाद 1000 विशेष ट्रेनें सौ दिन तक चलाई जाएंगी
- Read Also:श्रीराम प्राण-प्रतिष्ठा: BJP ब्रांड विकास ने किया वनांचल क्षेत्र के ग्राम कोलगा में दीपदान एवं भंडारा का आयोजन
दरअसल, इससे पहले 5 जनवरी को ईडी की टीम तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शाहजहां शेख के ठिकाने पर पहुंची थी. तभी शेख के समर्थकों ने ईडी अधिकारियों पर हमला कर दिया. इस हमले में ईडी के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई. आपको बता दें कि ईडी की टीम शाहजहां शेख के 24 परगना जिले स्थित आवास पर छापेमारी करने पहुंची थी. इस दौरान 3 अधिकारी घायल हो गए. घायल अधिकारियों में राजकुमार राम, सोमनाथ दत्त और अंकुर गुप्ता शामिल हैं।दरअसल, शाहजहां शेख या एसके शाहजहां उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली इलाके के रहने वाले बेहद प्रभावशाली टीएमसी नेता हैं। वह उत्तर 24 परगना जिला परिषद के सदस्य भी हैं। शेख ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत पश्चिम बंगाल में वामपंथी सरकार के दौरान की थी। शाहजहाँ शेख शुरू में सीपीआईएम में थे। इसके बाद वह 2009-2010 के आसपास टीएमसी नेता ज्योतिप्रियो मल्लिक की मदद से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। शेख ने कई बार पंचायत चुनाव लड़ा और स्थानीय पंचायत के सदस्य के रूप में चुने गए।